Khabarwala 24 News Hapur: TB Free India वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का संकल्प पूरा करने के लिए क्षय रोग विभाग कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहता। जनपद में जहां सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर टीबी जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है । वहीं क्षय रोग विभाग लगातार स्क्रीनिंग कैंप आयोजित कर फोकस्ड स्क्रीनिंग करने में जुटा है।
ब्रजघाट टोल पर पहुंची टीम
शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी के निर्देशन और जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह के नेतृत्व में क्षय रोग विभाग की टीम बृजघाट टोल प्लाजा पर पहुंची। टीम ने टोल प्लाजा पर बैनर लगाने के साथ ही टोल कर्मियों का टीबी संवेदीकरण किया और 48 कर्मचारियों की स्क्रीनिंग कर पांच कर्मचारियों के स्पुटम (बलगम) के नमूने लिए। स्क्रीनिंग कैंप में डिप्टी जीएम दिनेश बनवाला, प्रशासक योगेश यादव, टोल मैनेजर नीलेश बाबू भोपी, रमाकांत घूड़े, संजय हिंजे और जहांगीर तोमर का सहयोग रहा। क्षय रोग विभाग की टीम में डीटीओ डा. राजेश सिंह के साथ एसटीएस दीपक, काउंसलर रुबीना परवीन और प्रयोगशाला सहायक मिथलेश कुमार गौतम शामिल रहे।
टोल कर्मियों को दी जानकारी (TB Free India)
डीटीओ डा. राजेश सिंह ने बताया कि टोल कर्मचारियों की टीबी स्क्रीनिंग के साथ ही शुगर और बीपी की जांच भी की गई। टोल कर्मचारियों को डीटीओ ने बताया दो सप्ताह से अधिक खांसी या बुखार रहना, खांसते समय बलगम या खून आना, रात में सोते समय पसीना आना, वजन कम होना या सीने में दर्द होना, यह सब टीबी के लक्षण हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए तो नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच अवश्य कराएं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी की जांच और उपचार की पूरी सुविधा उपलब्ध है।
नहीं मिला कोई केस (TB Free India)
पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी ने बताया 16 दिसंबर को छिजारसी टोल प्लाजा पर और 22 दिसंबर को कुराना टोल प्लाजा पर कैंप आयोजित कर क्रमशः 76 और 44 कर्मचारियों की स्क्रीनिंग की गई थी और आठ-आठ कर्मचारियों के स्पुटम की जांच की गई थी लेकिन किसी में भी टीबी की पुष्टि नहीं हुई। इसके अलावा 27 दिसंबर को बाबूगढ़ स्थित अति हिमीकृत वीर्य उत्पादन (डीएफएस) केंद्र पर 66 कर्मचारियों की स्क्रीनिंग और 44 की स्पुटम जांच की गई थी।