Khabarwala24 News Lucknow : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वरिष्ठ नेता उमा शंकर सिंह ने सोमवार को अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का समर्थन करते हुए कहा कि उनके बारे में सूचना देने पर पुलिस की नकद इनाम देने की घोषणा उमेश पाल हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस की नाकामी से ‘‘ध्यान भटकाने” का एक प्रयास है।
घटना के 15 दिन बाद भी प्रयागराज पुलिस के हाथ खाली
उत्तर प्रदेश पुलिस ने परवीन की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 25,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है। सिंह ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘इनाम घोषित करने की कार्रवाई पुलिस का ध्यान भटकाने का प्रयास है।” उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा के नेता ने पत्रकारों से कहा, ‘‘घटना के 15 दिन बाद भी प्रयागराज पुलिस के हाथ खाली हैं। लोग उनसे सवाल न करें, इसलिए इनाम घोषित किया गया है।” उन्होंने कहा कि शूटरों पर ढाई लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है, लेकिन अब तक कोई पकड़ में नहीं आया है।
अगर आरोप साबित होता है तो शाइस्ता परवीन को पार्टी से निकाल दिया जाएगा
परवीन का बचाव करते हुए रसड़ा विधायक ने कहा, ‘‘शाइस्ता परवीन का हत्याकांड से दूर दूर तक कोई संबंध नहीं है। पुलिस भी इसे साबित नहीं कर पाई है। वह एक सामाजिक व्यक्ति हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘शाइस्ता परवीन प्रयागराज की महापौर बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस सीट को खोने जा रही है। भाजपा के गुस्से के पीछे यही (कारण) है।” सिंह ने जोर देकर कहा कि बसपा प्रमुख मायावती पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि अगर परवीन पर लगे आरोप साबित होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘हम अब भी इस पर कायम हैं। अगर आरोप साबित होता है तो शाइस्ता परवीन को पार्टी से निकाल दिया जाएगा।”