खबरवाला24 न्यूज, हापुड़ : घरों के सेप्टिक टैंकों से निकलने वाले सीवरेज का अब ट्रीटमेंट होगा। फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) के जरिए सीवरेज से पानी आैर खाद को अलग-अलग किया जाएगा। जिसका प्रयोग खेती के लिए होगा। इससे सड़कों व नालियों में गंदगी नहीं बहेगी और शहर साफ सुथरा रहेगा। इसके लिए एफसीटीपी प्लांट का निर्माण पूरा हो चुका है।
अमृत योजना के तहत गांव दादरी में 4.76 करोड़ रुपये की लागत से एफएसटीपी प्लांट का निर्माण कराया गया है। दो हजार वर्ग मीटर भूमि में प्लांट का निर्माण हुआ है। वर्तमान में प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। फिलहाल इसकी टेस्टिंग जारी है। इसके लिए अभी सामुदायिक शौचालय के सीवरेज को लिया जा रहा है। इस सीवरेज को अलग-अलग करने का काम जारी है।
सरकार की अति महत्वाकांक्षी अमृत योजना के अंतर्गत प्रदेश के 31 जिलों का चयन किया गया था। इस प्लांट को लगाने की जिम्मेदारी जल निगम को सौंपी गई थी। प्लांट को चलाने के लिए बिजली लागत न आए। इसके लिए सोलर प्लांट भी लगाया गया है।
प्रतिदिन होगी खपत
प्रतिदिन 32 केएलडी सेप्टिक टैंक के गाद की खपत होगी। इससे बनने वाली गैस को प्लांट चलाने के लिए ईंधन के रूप में भी उपयोग किया जा सकेगा। बड़े पैमाने पर गैस बनने पर भविष्य में इसको रसोई गैस के रूप में भी उपयोग करने की योजना है।
प्रदूषण से मिलेगी निजात
घरों से निकलने वाले सीवरेज के समाधान के लिए एफएसटीपी प्लांट का निर्माण कराया गया है। इससे वायु व भूगर्भ जल प्रदूषण से भी जल्द निजात मिलेगी।
प्लांट से यह मिलेगा लाभ
इस प्लांट के जरिए शौचालय टैंक के गाद से खाद बनाई जाएगी। अभी तक सेप्टिक टैंक के गाद को टैंकों में भरकर खुले में सड़क के किनारे गिरा दिया जाता था। जिससे जहां बड़े पैमाने पर पर्यावरण प्रदूषित होता है। साथ ही भयंकर बीमारियां भी फैलती हैं। ट्रीटमेंट प्लांट से यहां आने वाली गंदगी को निस्तारित किया जाएगा। इससे बनने वाली जैविक खाद किसानों के लिए काफी लाभदायक होगी। अन्य रासायनिक खादों की अपेक्षा यह जैविक खाद 20 गुना ज्यादा गुणकारी होगी। इस खाद को खेतों में डालने से एक तरफ जहां रासायनिक खादों के बढ़ते उपयोग से खेतों की छारीय क्षमता में वृद्धि हो रही है, उससे भी किसानों को निजात मिलेगी।
देना पड़ेगा चार्ज
निजी घरों के सेप्टिक टैंकों की सफाई के लिए अभी तक नगर पालिका एक रुपया भी चार्ज नहीं करती है। प्लांट शुरू होने के बाद प्रत्येक तीन वर्ष में प्रति घर के सेप्टिक टैंक की सफाई होगी। इसके लिए चार्ज भी देना होगा। इसके लिए तीन वाहन भी खरीदे गए हैं।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनसंख्या – 262152
वार्डों की संख्या – 41
मोहल्लों की संख्या – 110 से अधिक
योजना से घरों को जोड़ेंगे – 42000
क्या कहते हैं अधिकारी
शहर में गंदगी नहीं फैलेगी। किसानों को सिंचाई के लिए पानी और खाद भी मिलेगा। जल निगम ने एफएसटीपी प्लांट का निर्माण कराया है। अभी इसकी टेस्टिंग चल रही है। जल्द ही यह कार्य करना शुरू कर देगा।- डीके सत्संगी, सहायक अभियंता जलकल