Khabarwala 24 News New Delhi : Tradition of Touching the Feet प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में बहुत सी परंपराएं चली आ रही हैं, जिनको आज तक निभाया जाता है। इन्हीं परंपराओं में से एक चरण स्पर्श करना है। ऐसी मान्यता है कि अगर व्यक्ति अपने दिन की शुरुआत बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर करता है तो इससे उसका पूरा दिन बहुत ही अच्छा बीतता है।
बड़े बुजुर्गों के पैर छूने की महान परंपरा है, जो शिष्टाचार और दूसरों का सम्मान करने का प्रतीक होता है। वैदिक शास्त्र में बताया है कि कुछ लोगों के पैर छूना वर्जित होता है। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे पाप लगता है और अशुभ फलों का भागी भी बनना पड़ता है। चलिए हम इस विषय में बताते हैं…
वर्जित है इन लोगों के पैर छूना (Tradition of Touching the Feet)
मंदिर में नहीं छूना चाहिए पैर (Tradition of Touching the Feet)
सभी अक्सर मंदिर में पूजा अर्चना करने जाते हैं। अगर वहां पर आपको कोई सम्मानित व्यक्ति या बड़ा बुजुर्ग मिल जाए तो आप उनके पैर गलती पर भी ना छुएं। जी हां, यह ईश्वर और मंदिर दोनों का अपमान माना जाता है। इससे दोनों को ही पाप लगता है इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना होगा।
लेटे व्यक्ति के चरण स्पर्श नहीं (Tradition of Touching the Feet)
ऐसा व्यक्ति जो सो रहा हो या फिर लेटा हो, तो उसके बिल्कुल भी चरण स्पर्श ना करें क्योंकि ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से उस व्यक्ति की उम्र घट जाती है। वैदिक शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो सिर्फ मृत व्यक्ति के ही लेटे हुए अवस्था में चरण स्पर्श किया जा सकता है। इसलिए आप ऐसी गलती भूल कर भी मत कीजिए।
श्मशान से लौटा व्यक्ति अशुद्ध (Tradition of Touching the Feet)
श्मशान में या शमशान घाट से लौट रहे व्यक्ति के पैर भूलकर भी नहीं छूना चाहिए क्योंकि अंतिम संस्कार से लौटने पर व्यक्ति अशुद्ध हो जाता है। ऐसे में उसके पैर छूना वर्जित है। जब वह व्यक्ति स्नान कर ले, तो उसके बाद आप उसके पैर छू सकते हैं।
पत्नी के पैर नहीं छूना चाहिए (Tradition of Touching the Feet)
शास्त्रों में उल्लेख है कि पत्नी को पति के चरण स्पर्श करने चाहिए। इससे परिवार का सौभाग्य बढ़ता है। लेकिन ध्यान रखें कि पति को भूलकर भी पत्नी के पैर नहीं छूना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से परिवार पर संकट के बादल छाने की संभावना रहती है। परिवार को आर्थिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
बेटी से नहीं छुआना चाहिए पैर (Tradition of Touching the Feet)
किसी भी पिता को अपनी बेटियों से पैर नहीं छूआना चाहिए। धार्मिक विद्वानों के मुताबिक, किसी भी पिता को अपनी बेटी, भतीजी, नतिन या पोती से पैर नहीं छुआने चाहिए क्योंकि यह देवियों का बाल रूप होती हैं इससे पिता को पाप लगता है।