Khabarwala 24 News New Delhi : Traveling Train Will Easy आने वाले समय में माता चिंतपूर्णी जी से माता वैष्णो देवी तक रेलगाड़ी की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ब्रॉडगेज से जुड़े हिमाचल प्रदेश के ऊना में रेलवे का व्यापक विस्तार हुआ है। देश के प्रमुख शहरों व प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के लिए यहां से कुल 13 रेलगाड़ियां आवागमन कर रही हैं।
जिस तरह से ऊना में रेलवे का विस्तार हो रहा है उससे लोगों को उम्मीद है कि आने वाले समय में चिंतपूर्णी-हमीरपुर रेललाइन विस्तार का मार्ग भी प्रशस्त होगा। इस रेललाइन के विस्तार के बाद न केवल ऊना जिला व हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी व बिलासपुर जिलों के लोगों को लाभ मिलेगा। दूसरी ओर आगामी समय में नंगल से टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र से होते हुए जैजों रेलवे स्टेशन तक इसका जुड़ाव हो सकता है। नंगल से जैजों करीब 25 किमी दूर है।
बद्दी-चंडीगढ़ मार्ग सामरिक दृष्टि से लाभ (Traveling Train Will Easy)
साल 2014 से 2024 के बीच कुल 12 रेलगाड़ियां चली हैं। हिमाचल से दिल्ली के लिए किसी समय 12 से 14 घंटे लगते थे, अब ऊना से साढ़े पांच घंटे में दिल्ली पहुंचा जा सकता है। वहीं, बिलासपुर तक रेललाइन बिछाने का काम युद्धस्तर पर चला हुआ है। बद्दी-चंडीगढ़ रेलमार्ग पर भी काम चल रहा है। इससे न केवल सामरिक दृष्टि से लाभ होगा, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों को भी काफी सुविधा मिलेगी।
वैष्णो देवी तक रेल की सुविधा मिलेगी (Traveling Train Will Easy)
वर्ष 1990 में पहली बार ऊना शहर में हिमाचल एक्सप्रेस रेलगाड़ी पहुंची थी। 2014 से मार्च 2019 तक अंब-अंदौरा, चिंतपूर्णी मार्ग व दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशन तक का कार्य पूरा किया गया। अब ऊना-अंब-दौलतपुर चौक-तलवाड़ा रेललाइन का काम युद्धस्तर पर चला हुआ है। पर्यटन व धार्मिक दृष्टि से काफी अहम मानी जाने वाली चिंतपूर्णी-हमीरपुर रेलवे लाइन का सर्वे करवाने के साथ ही इसके लिए टोकन मनी रेलवे विभाग ने जारी कर दी है।
रेलगाड़ियों की रूटीन में होगा इजाफा (Traveling Train Will Easy)
इस रेललाइन के बनने से भी होशियारपुर व जालंधर के साथ सीधा जुड़ाव हो सकता है। अंब-अंदौरा-दौलतपुर चौक से मरवाड़ी, गणु मंदवाड़ा-तलवाड़ा तक रेल लाइन बनने से मुकेरियां, पठानकोट, जम्मू से लिंक होगा और इस ट्रैक पर काफी रेलगाड़ियों की आवाजाही हो जाएगी। इस से जम्मू-कटड़ा तक पहुंचना सुगम हो जाएगा। दौलतपुर चौक से मरवाड़ी-गणु मंदवाड़ा तक छह किलोमीटर रेललाइन का कार्य पूरा हो चुका है। तलवाड़ा अब करीब 12 किलोमीटर दूर रह गया है।