Khabarwala 24 News New Delhi : Tripushkar Yog सनातन जीवन पद्धति में योग का विशेष महत्व है। इसमें कुछ योग को शुभ तो कुछ को अशुभ माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार त्रिपुष्कर योग में हम जिस काम को करते हैं, वह 3 गुना फल देता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार त्रिपुष्कर योग का शुभ अशुभ से सीधा संबंध नहीं होता, लेकिन इस दिन बनने वाले आनंदादि योग के चलते फल त्रिगुणित हो जाता है। इसके चलते त्रिपुष्कर योग वाले दिन यदि कोई शुभ काम किया जाए तो उसका फल 3 गुना बढ़ जाता है। आइये जानते हैं त्रिपुष्कर योग के बारे में, साथ ही कब-कब बन रहा यह अद्भुत त्रिपुष्कर योग…
कब बनता है त्रिपुष्कर योग (Tripushkar Yog)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब रविवार, मंगलवार और शनिवार के दिन, द्वितीया, सप्तमी और द्वादशी में से कोई तिथि हो, साथ ही इस दिन विशाखा, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, पुनर्वसु और कृत्तिका नक्षत्र हो, तब त्रिपुष्कर योग बनता है। वहीं इस योग वाले दिन यदि कोई अशुभ मुहूर्त बना हो तो उसकी अशुभता में भी 3 गुना वृद्धि हो जाती है। अत: त्रिपुष्कर योग वाले दिन भी मुहूर्त का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। मान्यता है इस योग के समय शुभ मुहूर्त में काम करने से उसमें सफलता निश्चित रूप से मिलती है।
त्रिपुष्कर योग का महत्व (Tripushkar Yog)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि इस योग में ऐसा काम किए जाए जिससे धन लाभ होता है तो हमें तीन गुना धन मिलेगा। यह भी मान्यता है कि इस दौरान किए शुभ काम को जीवन में तीन बार करने का मौका मिलता है। उदाहरण के लिए मकान, वाहन, आभूषण या कोई कीमती वस्तु जुटाते हैं तो जीवन में तीन बार ये काम करने का मौका मिलता है। इसलिए इस योग में सतर्क रहना चाहिए क्योंकि इस समय कोई ऐसा काम करते हैं जिसमें नुकसान हो जाय तो तीन बार नुकसान होगा। इसलिए इस समय कर्ज न लें और न वस्तुओं को बेचें। किसी किमती वस्तु को खोने से बचें।
संपत्ति में बढ़ोतरी होगी (Tripushkar Yog)
इस योग में धन संबंधी शुभ काम, पूजा-पाठ और धार्मिक यात्राएं करना चाहिए। इस समय कीमती वस्तु जैसे सोना या चांदी की खरीदारी करनी चाहिए। इस योग में पैसा जमा करना शुभफलदायी है। इससे बैंक बैलेंस बढ़ता है। इस शुभ समय में अपने लिए जमीन जायदाद खरीदने की कोशिश करनी चाहिए। इससे संपत्ति में बढ़ोतरी होगी। साथ ही व्यापार से जुड़े बड़े सौदे करने के लिए यह समय उचित होता है।
वर्ष 2024 में बन रहे त्रिपुष्कर योग का दिन और त्रिपुष्कर योग का समय (Tripushkar Yog)
तारीख दिन समय
15 अप्रैल 2024 सोमवार सुबह 01:35 बजे से 06:00 बजे तक
20 अप्रैल 2024 शनिवार दोपहर 02:04 बजे से रात 10:41 बजे तक
30 अप्रैल 2024 मंगलवार सुबह 07:05 बजे से 1 मई सुबह 04:09 बजे तक
4 मई 2024 शनिवार रात 08:38 बजे से रात 10:07 बजे तक
18 जून 2024 मंगलवार दोपहर 03:56 बजे से 19 जून सुबह 05:35 बजे तक
23 जून 2024 रविवार शाम 05:03 बजे से 24 जून सुबह 03:25 बजे तक
2 जुलाई 2024 मंगलवार सुबह 08:42 बजे से 3 जुलाई सुबह 04:40 बजे तक
7 जुलाई 2024 रविवार सुबह 04:26 बजे से 04:48 बजे तक
21 अगस्त 2024 बुधवार सुबह 03:09 बजे से 05:59 बजे तक
25 अगस्त 2024 रविवार शाम 04:45 बजे से 26 अगस्त सुबह 03:39 बजे तक
23 अक्टूबर 2024 बुधवार सुबह 05:38 बजे से 06:21 बजे तक
29 अक्टूबर 2024 मंगलवार सुबह 06:24 बजे से 10:31 बजे तक
2 नवंबर 2024 शनिवार रात 08:21 बजे से 3 नवंबर सुबह 05:58 बजे तक
17 दिसंबर 2024 मंगलवार सुबह 06:55 बजे से 10:56 बजे तक
22 दिसंबर 2024 रविवार सुबह 06:14 बजे से 06:58 बजे तक
22 दिसंबर 2024 रविवार सुबह 06:58 बजे से दोपहर 02:31 बजे तक