खबरवाला 24 न्यूज हापुड़: जनपद हापुड़ की साइबर सेल टीम ने बैंक अधिकारी बनकर धोखाधड़ी कर क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी लेकर लोगों केे बैंक खातों से धनराशि निकालने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न जनपदों/अन्य राज्यों में सक्रिय था। आरोपियों के कब्जे से 10,000 रुपये, 09 मोबाइल फोन, एक लग्जरी कार आदि सामान बरामद किया है।
100 से अधिक कर चुकें हैं वारदात
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं जो अब तक करीब 100 से अधिक लोगों के साथ ऐसी घटनाएं कर लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमा चुके हैं। एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपी दिल्ली के जिला द्वारिका के थाना उत्तम नगर क्षेत्र के दाल मिल गली वाले रहने वाले पुनीत वर्मा और हरियाणा के जिला फतेहाबाद के थाना सिटी क्षेत्र के रघुनाथ मंदिर के पास रहने वाला रोहित सोनी है।
19 दिसंबर को की थी वारदात
एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि स्वर्ग आश्रम रोड निवासी के रहने वाले मनीष कुमार गुप्ता ने स्टेट बैंक आफ इंडिया का एक क्रेडिट कार्ड बनवा रखा है। 19 दिसंबर 2022 को उसके मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात नंबर से काल आया था। काल पर बात कर रहे व्यक्ति ने पीड़ित को बताया कि वह बैंक के क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट का अधिकारी है। आरोपी ने पीड़ित को झांसे में लेकर पीड़ित का क्रेडिट कार्ड का नंबर पता कर लिया था। इसके बाद पीड़ित के मोबाइल फोन पर एक मैसेज आया। जिसकी जानकारी पीड़ित ने व्यक्ति को दे दी थी। इसके बाद आरोपियों ने उसके क्रेडिट कार्ड से 35527 रुपये साफ कर लिए थे।
कोतवाली और एसओजी टीम को मिली सफलता
एसपी ने बताया कि घटना का पर्दाफाश करने के लिए कोतवाली पुलिस और साइबर सेल की टीम को लगाया था। सोमवार को निरीक्षक बलराम सिंह और साइबर सेल प्रभारी विनित मलिक ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए घटना में लिप्त दो आरोपियों को दिल्ली रोड स्थित एसएसवी इंटर कालेज के पास से गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी दिल्ली के जिला द्वारिका के थाना उत्तम नगर क्षेत्र के दाल मिल गली वाले रहने वाले पुनीत वर्मा और हरियाणा के जिला फतेहाबाद के थाना सिटी क्षेत्र के रघुनाथ मंदिर के पास रहने वाला रोहित सोनी है।
एेसे करते थे वारदात
पुलिस ने बताया कि पूछताछ करने पर गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह बैंक अधिकारी बनकर लोगों के क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर उनको कॉल करके CPP प्लान एक्टीवेट या डिएक्टीवेट कराने के लिये अपनी बातों में फंसाकर उनसे जन्मतिथि व ओटीपी की जानकारी करके उनके क्रेडिट कार्ड से NOBROKER की WEBSITE पर FAKE ACCOUNT बनाकर रेंट पेमेंट की REQUEST के माध्यम से अलग-अलग बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर कर निकाल लेते हैं धोखाधडी से निकाली गई धनराशि वह लोग आपस में बांट लेते हैं