Khabarwala24 News Prayagraj ATIQ AHMED ः उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया अतीक अहमद (ATIQ AHMED) को हर पेशी पर गुजरात की साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश के Prayagraj प्रयागराज लाया जा रहा है। दो पुलिस वैन और दो एस्कॉर्ट वाहनों में 37 पुलिसकर्मियों को उसे कड़ी सुरक्षा के साथ लाने के लिए गुजरात भेजा गया था। ATIQ AHMED को गुजरात से लाकर प्रयागराज कोर्ट के सामने पेश करने की इस प्रक्रिया पर उत्तर प्रदेश की YOGI सरकार के करीब 10 लाख रुपये खर्च कर रही है। उधर जब कोर्ट की सुनवाई खत्म होगी तो माफिया डॉन को फिर से 1275 किमी के सड़क मार्ग से गुजरात ले जाया जाएगा। अतीक को लाने के लिए YOGI आदित्यनाथ सरकार की ओर से 37 पुलिसकर्मियों का वेतन ( सैलरी ) और डीए (D A)पर करीब करीब 6 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, ये आंकड़े पुलिसकर्मियों की चार दिनों की सैलरी के औसत और डीए को जोड़कर दिए गए हैं।
डीजल पर खर्च होते हैं लाखों रुपये
इस रिपोर्ट के मुताबिक, ATIQ AHMED अतीक अहमद को लाने-ले जाने में इस्तेमाल होने वाले वाहनों में डीजल के लिए 3 लाख रुपये खर्च किए जाते हैं। एस्कॉर्ट वैन और पुलिस वैन को अतीक अहमद को गुजरात से प्रयागराज लाने और फिर वापस ले जाने के दौरान 4 चक्कर लगाने पड़ते हैं।
पुलिसकर्मियों पर खर्च होते हैं
पुलिस कर्मियों पर भी खर्च होंते हैं करीब 6 लाख रुपये
माफिया डॉन रहे ATIQ AHMEDअतीक को लाने के लिए एक कमांडिंग ऑफिसर, एक इंस्पेक्टर, दो सब-इंस्पेक्टर, 6 ड्राइवर, चार हेड कांस्टेबल और 23 कांस्टेबल की ड्यूटी लगाई जाती है। इन पुलिसकर्मियों को करीब 6 लाख रुपये वेतन (सैलरी )और डीए के तौर पर दिए जाते हैं।
आखिर YOGI सरकार क्यों कर रही है इतना खर्च?
ATIQ AHMED अतीक अहमद 2019 के बाद से ही साबरमती जेल में बंद है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिए थे कि फूलपुर के पूर्व सांसद को गुजरात की हाई-सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया जाए। हाल ही में उसे लाने वाला काफिला मध्य प्रदेश के शिवपुरी में रुका था तो ATIQ AHMED अतीक अहमद ने कहा था कि मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि मुझे पहले ही मिट्टी में मिलाया जा चुका है। मेरे परिवार को इससे दूर रखिए।