Khabarwala24News UP NIKAY CHUNAV 2023 : फिल्म अभिनेत्री और रामपुर (RAMPUR) की पूर्व सांसद जया प्रदा (JAYA PRADA) ने समाजवादी पार्टी (SAMAJWADI PARTY) के वरिष्ठ नेता आजम खान (AZAM KHAN) पर निशाना साधते हुए मंगलवार को कहा कि वोट डालने तक का अधिकार खो चुके खान अब शिखर से शून्य पर पहुंच गये हैं। इस जुबानी जंग से UP NIKAY CHUNAV 2023 में सियासी पारा चढ़ रहा है।
वोट मांगने का हक अभी खत्म नहीं हुआ हैःआजम
समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में मंगलवार को UP NIKAY CHUNAV के लिए आयोजित एक जनसभा में पूर्व मंत्री आजम खान ने सरकार पर निशाना साधते हुए तल्ख लहजे में कहा कि वोट देने का अधिकार खत्म हुआ है, वोट मांगने का हक अभी खत्म नहीं हुआ है।
जया ने किया रोड शो
जया प्रदा ने भी UP NIKAY CHUNAV नगरीय निकाय चुनाव में रामपुर नगर पालिका अध्यक्ष पद की बीजेपी की उम्मीदवार मसर्रत मुजीब के पक्ष में नगर में रोड शो किया और उन्हें वोट देने की अपील की।
जमकर चले जुबानी तीर
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान पर अपनी जनसभाओं में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के आरोपों के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछे गये सवाल पर जया प्रदा ने कहा, आजम खान बौखला गये हैं। उन्हें कोई नहीं सुधार सकता। वह आज हार रहे हैं और हार मानते हुए भी जीतने की उम्मीद करते हैं। वह अब कहां के कद्दावर नेता रह गये हैं, 100 प्रतिशत का नेता अब शून्य पर आ गया है। उन्होंने कहा, आजम खान का वोट देने का अधिकार तक नहीं बचा है. मैं उनसे एक ही अपील करती हूं कि वह अब गालियां देना बंद करें और खुद को सुधारने के लिये अपने दिमाग को ठीक करें।
भाजपा उम्मीदवार के लिए मांगे वोट
इससे पहले, जया ने शहर में रोड शो किया और जनता से बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट की अपील की। इस दौरान रामपुर के प्रभारी मंत्री जेपीएस राठौर, बीजेपी सांसद घनश्याम सिंह लोधी और शहर विधायक आकाश सक्सेना भी मौजूद रहे।
क्या बोले आजम खान
समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने UP NIKAY CHUNAV निकाय चुनाव के पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन मंगलवार को सपा उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित एक जनसभा में कहा, ” मेरे खिलाफ दर्ज दो मुकदमों में अभी फैसले हुए हैं और सैकड़ों मुकदमे बाकी हैं। दोनों मुकदमों में जो अधिकतम सजा हो सकती थी, वह मुझे और अब्दुल्ला (आजम खां के बेटे) को हुई और आज इस सभा में आने से पहले तहसील से हम दोनों के नाम हुकुमनामा (आदेश) आया कि आपका वोट देने का हक भी खत्म हो चुका है.”