Khabarwala 24 News Lucknow: UP Politics उत्तर प्रदेश में एक बार फिर उपचुनाव का एलान होते ही बीजेपी (BJP) और समाजवादी पार्टी के बीच सियासी जंग देखने को मिलेगी। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उपचुनाव कब होगा, लेकिन यूपी की दो सीटों पर अब उपचुनाव होना तय माना जा रहा है। इसके पीछे की वजह कोर्ट का एक फैसला है, जिसमें बीजेपी विधायक को 25 साल की सजा सुनाई गई है।
विधायक को सजा होने के बाद हो सकते हैं उपचुनाव (UP Politics)
उत्तर प्रदेश की दुद्धी विधानसभा सीट से वर्तमान बीजेपी विधायक रामदुलार गोंड को एक नाबालिग लड़की से रेप के मामले में 25 साल की सजा सुनाई गई है। सोनभद्र की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद अब उनकी सदस्यता रद्द होने की औपचारिकता अभी बाकी है। हालांकि बीते 15 दिसंबर को कोर्ट द्वारा सुनाए गए इस फैसले के बाद उनकी सदस्यता रद्द होने तय माना जा रहा है। ऐसे में यूपी में दुद्धी विधानसभा सीट जल्द रिक्त घोषित की जा सकती है और यहां फिर उपचुनाव हो सकते हैं।
यूपी की इस सीट पर भी होगा उपचुनाव (UP Politics)
जानकारों की मानें तो कोर्ट के आदेश की सूचना विधानसभा सचिवालय को मिलते ही दुद्धी सीट पर रामदुलार गोंड की सदस्यता रद्द हो जाएगी। इसके बाद दुद्धी सीट को रिक्त घोषित करने की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। लेकिन इससे पहले उत्तर प्रदेश की लखनऊ पूर्व सीट भी पहले से रिक्त है। इस सीट पर बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन ने जीत दर्ज की थी। लेकिन बीते महीने आशुतोष टंडन का निधन होने के बाद ये सीट रिक्त घोषित कर दी गई थी।
इन विधायकों की भी जा चुकी है सदस्यता (UP Politics)
लखनऊ पूर्व से विधायक और पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन का निधन बीते महीने 9 नवंबर को हुआ था। इस वजह से अब यूपी की दो सीटों पर उपचुनाव होना तय माना जा रहा है। हालांकि 18 वीं विधानसभा में रामदुलार गोंड चौथे सदस्य होंगे, जिनकी कोर्ट से सजा पाने के बाद सदस्यता रद्द होगी। इससे पहले सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता जा चुकी है। इसके अलाव खतौली से भाजपा विधायक रहे विक्रम सिंह सैनी की भी सदस्यता जा चुकी है।