Khabarwala 24 News Lucknow: UPPCL ऊर्जा विभाग ने उत्तर प्रदेश के सभी क्षेत्रों में 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति किए जाने का दावा किया है। एसएलडीसी द्वारा जारी आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा गया है कि अप्रैल में ग्रामीण, नगर पंचायत, तहसील मुख्यालय, बुंदेलखंड, जिला मुख्यालय, महानगर तथा सभी औद्योगिक क्षेत्रों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। एसएलडीसी के अधिकारियों ने पूरे महीने कटौती मुक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की बात कही है।
भीषण गर्मी को देखते हुए तैयारी में जुटा पावर कारपोरेशन (UPPCL)
भीषण गर्मी को देखते हुए बिजली की उपलब्धता के लिए पावर कारपोरेशन तैयारी में जुटा है। पिछले साल गर्मियों में बिजली की अधिकतम मांग का आंकड़ा 28 हजार मेगावाट के पार पहुंच गया था। इस साल गर्मी में यह मांग 30500 मेगावाट तक पहुंचने का अनुमान है। कारपोरेशन के अध्यक्ष डा. आशीष कुमार गोयल के अनुसार इस मांग को पूरा करने के लिए कारपोरेशन लगातार तैयारी में जुटा है। बिजली की मांग को पूरा करने के लिए विभिन्न राज्यों से बैंकिंग (ऊर्जा के वापस लेने की प्रक्रिया) के तहत गत वर्ष मध्य प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक से कुल 3065 मिलियन यूनिट की बैंकिंग की गई थी।
बिजली की बढ़ाई उपलब्धता (UPPCL)
वहीं इस साल इन राज्यों के अलावा गुजरात, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तराखंड तथा केरल को और शामिल कर 10 राज्यों से पिछले साल से अधिक बैंकिंग कर करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार दीप पोर्टल एवं एलडीसी के माध्यम से लगभग 1800 मिलियन यूनिट बिजली खरीद कर उपलब्धता बढ़ाई गई है। वहीं उत्पादन निगम की 660 मेगावाट की दो परियोजनाएं ओबरा सी (यूनिट-1) एवं जवाहरपुर (यूनिट-1) पूर्ण उत्पादन प्रारंभ कर देंगी। इससे प्रदेश को करीब 1320 मेगावाट बिजली प्राप्त होगी। इसके अलावा 660 मेगावाट की जवाहरपुर की यूनिट-2 भी जल्द प्रारंभ करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
आपूर्ति सुधार के लिए बड़े पैमाने पर कार्य (UPPCL)
कारपोरेशन अध्यक्ष का कहना है कि ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त होने के कारण बिजली आपूर्ति प्रभावित न हो, इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। गोयल ने कहा कि यह सोच बदलनी होगी कि गर्मी या बरसात में बिजली बाधित होगी ही। उन्होंने कहा कि बिजली बाधित होने का कारण हमारी असावधानी है। उन्होंने कहा कि विद्युत सुधार के लिए बड़े पैमाने पर काम कराया जा रहा है।