Khabarwala 24 News Lucknow: UPPCL उत्तर प्रदेश में गर्मियों में बढ़ने वाली बिजली की मांग को पूरा करने का बेहतर इंतजाम पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने कर लिया है। प्रचंड गर्मी में बिजली की संभावित कमी की भरपाई में देश के 11 राज्य मदद करेंगे। गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड और केरल से पहली बार पावर बैकिंग करने में सफलता मिली है। इन पांच राज्यों से पावर बैकिंग के तहत यूपी को 171.4 करोड़ यूनिट बिजली मिलेगी।
इन राज्यों से मिलेगी बिजली (UPPCL)
यह बिजली अप्रैल से सितंबर के बीच जब जरूरत होगी यूपी इन राज्यों से हासिल कर सकेगा। पांच नये राज्यों को जोड़कर अब यूपी को पावर बैकिंग के तहत 11 राज्यों से 458.4 करोड़ यूनिट बिजली मिलनी तय हो गई है। यूपी को पावर बैकिंग के माध्यम से अब मध्य प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड और केरल से बिजली मिलेगी।
इस साल 30500 मेगावाट तक जाएगी अधिकतम मांग (UPPCL)
बिजली कनेक्शनों की संख्या में लगातार इजाफा और नये उद्योगों की स्थापना से राज्य में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है। 2023 में गर्मियों के दौरान बिजली की अधिकतम मांग 28000 मेगावाट गई थी जो अभी तक बिजली की अधिकतम मांग का रिकार्ड है। इस साल अधिकतम मांग 30500 मेगावाट तक जाने का अनुमान है।
नए करार में सबसे अधिक बिजली देगा तेलंगाना (UPPCL)
बिजली की मांग में संभावित बढ़त को देखते हुए पावर कारपोरेशन के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने पावर बैकिंग के तहत कई राज्यों को यूपी से जोड़ने का प्रयास किया। परिणाम स्वरूप गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड और केरल से पावर बैकिंग के लिए समझौता हो गया है। तेलंगाना 116.9 करोड़ यूनिट, गुजरात 17.7 करोड़ यूनिट, महाराष्ट्र 23.3 करोड़ यूनिट, उतराखंड 4.9 करोड़ यूनिट बिजली यूपी को देंगे। वहीं केरला से एग्रीमेट की प्रक्रिया अंतिम दौर में है, यहां से यूपी को 8.6 करोड़ यूनिट बिजली यूपी को मिलेगी। राज्य को यह बिजली अप्रैल से सितंबर के बीच जब बिजली की मांग सबसे अधिक होती है उस समय मिलेगी।
इस निर्माणाधीन इकाई से बिजली उत्पादन जल्द (UPPCL)
अपनी बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रबंधन द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरूप ओबरा और जवाहरपुर में 660-660 मेगावाट की दो निर्माणाधीन इकाइयां बिजली उत्पादन से जुड़ गईं हैं। जिससे यूपी की बिजली उत्पादन क्षमता 1320 मेगावाट बढ़ी। जवाहरपुर की 660 मेगावाट की दूसरी इकाई से भी इस गर्मी में बिजली उत्पादन शुरू कर देने की तैयारी की गई है।