Khabarwala 24 News Lucknow: UPPCL उत्तर प्रदेश में पर्याप्त बिजली की उपलब्धता के बाद भी निर्बाध बिजली सप्लाई बड़ी चुनौती बनी हुई है। प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने अब प्रदेश की बिजली वितरण कंपनियों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वह सभी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली की सप्लाई हो सके इसके लिए जरूरी कदम उठाएं। इसी कड़ी में शीर्ष प्रबंधन ने ट्रांसफार्मरों के खराब होने तथा सप्लाई में बाधक कारणों के लिए मुख्य अभियंता स्तर के अफसरों को सचेत रहने को कहा है।
31 हजार मेगावाट के भी पार जा सकती है बिजली की मांग (UPPCL)
गौरतलब है कि इस बार मई महीने में ही बिजली की मांग और खपत के मामले में पिछले सारे रिकार्ड टूट दए। करीब दस दिनों तक बिजली की मांग लगातार 29000मेगावाट से अधिक बनी हुई थी। एक दिन तो मांग 29700 मेगावाट से भी अधिक हो गई थी। इस अवधि में बिजली की जब अधिक खपत होने लगी तो ट्रांसफार्मर, केबिल और बिजली वितरण से जुड़े अन्य उपकरण हांफने लगे थे, फाल्ट की बाढ़ आ गई थी। बिजली महकमें ने इस बार अधिकतम मांग 30500 मेगावाट तक जाने का अनुमान किया है। अब माना जा रहा है कि अधिकतम मांग 31000 मेगावाट से अधिक भी जा सकती है।
मुख्य अभियंताओं और एमडी को दिए गए हैं निर्देश (UPPCL)
अब इधर दो-तीन दिनों से बिजली की मांग 29000 मेगावाट से नीचे चल रही है। प्रबंधन ने इस अवधि में समस्त कमियों को दूर करने का निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। शुक्रवार को विभागीय समीक्षा बैठक में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने 24 घंटे बिजली आपूर्ति कैसे हो इसके लिए सभी एमडी को जरूरी निर्देश दिए। मंत्री ने ट्रांसफार्मर जलने, विद्युत तार टूटने, लो वोल्टेज, ट्रिपिंग जैसी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने के लिए भी कहा। इस बैठक में चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने ट्रांसफार्मरों के खराब होने पर मुख्य अभियंताओं को सचेत किया, उनसे कहा गया कि ट्रांसफार्मर कम से कम खराब हों इस पर ध्यान दें।