Khabarwala 24 News Hapur: UPPCL ऊर्जा निगम बिलिंग व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने में जुटा है। अब निर्धारित एजेंसी की ओर से की गई बिलिंग पर विभागीय अधिकारियों की नजर रहेगी। हर बिल की क्राॅस चेकिंग की जाएगी। ताकि उपभोक्ताओं को बिल में सुधार को लेकर परेशान न होना पड़े। निगम द्वारा 2.90 लाख उपभोक्ताओं का डाटा बेस तैयार किया जा रहा है।
क्राॅस चेकिंग की जाएगी (UPPCL)
उपभोक्ताओं की ओर से लगातार बिलों में गड़बड़ी को लेकर शिकायत की जाती है। कई उपभोक्ताओं को इसे सुधारने के लिए कार्यालयों का चक्कर लगना पड़ता है। बताया जाता है कि जिले के विद्युत उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग व बिल बनाने की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था को दी गई है। संस्था के कर्मियों की ओर से मनमाने तरीके से कार्य किया जाता है। इन समस्याओं से बचाव को लेकर उपभोक्ताओं के मीटर का डाटा बेस तैयार किया जाएगा।
इसमें उपभोक्ताओं के मीटर के नंबर के साथ ही अन्य ब्योरा व एजेंसी की ओर से की गई मीटर रीडिंग तथा बिल का ब्योरा दर्ज होगा। कर्मियों की ओर से क्राॅस चेकिंग की जाएगी। अंतर मिलने पर कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस व्यवस्ता से सही मीटर रीडिंग होगी। बिल संशोधन के लिए उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बिल किया जाएगा जनरेट (UPPCL)
जनपद में पांच किलोवाट से अधिक क्षमका के कनेक्शनों की बिलिंग एमआरआई से की जा रही है। इसमें रीडिंग स्टोर, रीडरों की गड़बड़ी का कोई विकल्प नहीं रहता। आॅनलाइन ही रीडिंग लेकर बिल जनरेट किया जाता है। एेसे में बिल में गड़बड़ी की समस्याएं भी दूर होंगी।
बड़े स्तर पर स्टोर मिली थी रीडिंग (UPPCL)
जनपद में तीन साल पहले अभियान के दौरान मीटरों में बड़े पैमाने पर रीडिंग स्टोर मिली थी। मामले का खुलासा होने पर अचानक 30 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के बिलों में हजारों रुपये जुड़कर आए थे। यह बड़ा फर्जीवाड़ा था, जिसमें कई मीटर रीडरों पर गाज भी गिरी थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
उपभोक्ताओं को जारी होने वाले बिलों में गड़बड़ी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है। डाटा बेस तैयार कर इस व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा रहा है। एमआरआई से भी बिलिंग हो रहा है। अवनीश कुमार, अधीक्षण अभियंता
Metre reader ko company rs 3.5 per prob bill ka deti hai aur aise me metre reader ka pass 1000bill ka data hai to vo kya kare bibhag salary ke bare me nahi sochta hai