खबरवाला 24 हापुड़: जनपद हापुड़ के साईबर सेल टीम व थाना सिम्भावली पुलिस ने फर्जी जनसेवा केन्द्र लेकर आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AEPS)के माध्यम से लोगों के अंगूठे का क्लोन बनाकर बैंक खातों से धोखाधड़ी कर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के सदस्य शातिर किस्म के साइबर अपराधी हैं जो अब तक करीब 100 से 200 लोगों के साथ घटनाएं कर लाखों रूपये की ट्रांजेक्शन कर आर्थिक लाभ कमा चुके हैं।
अपराध करने का तरीका
पुलिस को आरोपियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश registration department की सरकारी वेबसाइट से पिछले साल रजिस्ट्री संपत्ति विवरण क्रय विक्रय पत्र हापुड़ व उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों का डाटा उन्होंने लेकर लैपटॉप में डाउनलोड करके रख लिया था। रजिस्ट्री में से अंगूठा निशानी को लैपटॉप की मदद से एडिट कर बटर पेपर पर प्रिंटआउट लेकर कांच की सीट पर रखकर उसके ऊपर सादा पन्नी लगाकर चारों तरफ बबल टेपिंग करने के बाद PHOTO POLYMER GEL डालकर उसके ऊपर दूसरी कांच की सीट लगाकर क्लिप से टाइट कर देते हैं । इसके बाद POLY STAMPER MACHINE में रखकर बाहर रखकर एक घंटे बाद दोनों कांच के बीच से पॉलीमर को निकाल कर जिस हिस्से पर अंगूठे के निशान आ जाते थे, उस हिस्से की कटिंग कर लेते थे । इस प्रकार अंगूठे का क्लोन बनकर तैयार हो जाता था ।
उसके बाद लोग फर्जी जनसेवा केंद्र (BC POINT & Business Correspondent) भोले-भाले लोगों के नाम से ONLINE केवाईसी करा कर एक्टिवेट करा लेते थे। जनसेवा केंद्र की सुविधा देने वाली बैंक हमें यूजर आईडी और पासवर्ड दे देता था। जिससे हम अपने मोबाइल या लैपटॉप में लॉग-इन कर FINGER PRINT SCANNER डिवाइस में फर्जी तैयार किए गए अंगूठे के क्लोन को लगाकर आधार इनेबल्ड पेमेंट (AEPS) सर्विस से धनराशि की निकासी कर लेते थे व AEPS WALLET से धनराशि भोले भाले लोगों से जान पहचान कर उनके व्यापार में पैसा लगाने के नाम पर या अन्य कोई कारण बताकर उनके खाते में ट्रांसफर कर नगद धनराशि ले लेते हैं।
आरोपियों से यह किया बरामद
उनका कब्जे से 1,17,000 रुपये, एक लैपटॉप, 8 मोबाइल फोन, एक लग्जरी कार, 5 डेबिट कार्ड, प्रिंटर, 2 फिंगर प्रिंट स्कैनर, डिवाइस मय डाटा केबिल, रबर के 40 फिंगर क्लोन , 4 सिम कार्ड,आदि सामान बरामद किया है।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त विकास सिंह निवासी मकान नंबर 68 पटेल भवन गोमती नगर थाना गोमट नगर जनपद लखनऊ का मूल निवासी है। हाल में वह टावर 6 ब्लॉक E-4, GS–7 थाना रिपब्लिक क्रॉसिंग जनपद गाजियाबाद में रहता है। जबकि दूसरा आरोपी विकास श्रीवास्तव निवासी ग्राम शाहपुर थाना इटवा जनपद सिद्धार्थ नगर का मूल निवासी है। हाल में वह रोमाना महागुन थाना रिपब्लिक क्रॉसिंग जनपद गाजियाबाद में रहता है।
कई जनपदों में थे सक्रिय
पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों से जानकारी करने पर पता चला कि यह गिरोह यूपी के गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड, सिद्धार्थनगर, लखनऊ आदि जनपदों में सक्रिय था । करीब 10 से 15 लाख रुपये की ठगी कर चुका है। अन्य आपराधिय इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है।