Khabarwala 24 News New Delhi : Uttarakhand Valley of Flowers पर्यटन के लिहाज से उत्तराखंड बहुत मशहूर है। गर्मी के दिनों में कई लोग यहां छुट्टियां मनाने आते हैं। पूरे साल यहां पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। उत्तराखंड अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर है।
यही वजह है कि हजारों की संख्या में नेचर लवर्स देव भूमि पहुंचते हैं। अगर आप फूलों के शौकीन हैं तो जून-जुलाई के महीने में आपको उत्तराखंड जरूर आना चाहिए। यहां की नेचुरल ब्यूटी में चार चांद लगाते हैं यहां पर मौजूद फूलों के बागान।
आकर खुशनुमा हो जाता है मन (Uttarakhand Valley of Flowers)
प्रकृति के पास जाकर हर किसी का मन खुशनुमा हो जाता है। उत्तराखंड खूबसूरत वादियों के अलावा फूलों की घाटी के लिए भी जानी जाती है। यह घाटी पहाड़ों की गोद में बसी है। इसकी खूबसूरती पहली नजर में आपका मन मोह लेने के लिए काफी है। यहां आपको दूर-दूर तक सिर्फ रंग बिरंगे फूल ही देखने को मिलेंगे। उत्तराखंड के चमोली में मौजूद है फूलों की घाटी जिसे वैली ऑफ फ्लावर्स भी कहा जाता है।
Oct तक नेचर लवर्स की भीड़ (Uttarakhand Valley of Flowers)
भारतीयों के लिए इसकी फीस 150 रुपए है तो वहीं विदेशियों को यहां आने के लिए 600 रूपए देने होंगे। यह घाटी पूरे साल में सिर्फ 3-4 महीने के लिए ही खुलती है। इस मौसम में यहां आपको दूर दूर तक सिर्फ फूल ही देखने को मिलेंगे। जून से लेकर अक्टूबर तक यहां नेचर लवर्स की भीड़ लगी रहती है। फूलों की ये घाटी विश्व धरोहर लिस्ट में भी अपनी जगह बना चुकी है।
इतने किस्म के हैं यहां फूल (Uttarakhand Valley of Flowers)
उत्तराखंड की ये फूलों की घाटी 87.5 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। हर साल यहां दुनियाभर से पर्यटक घूमने आते हैं। यहां पर आपको कम से कम 500 से ज्यादा फूलों की प्रजातियां देखने को मिल जाएगी, जिसमें कई विदेशी फूल भी शामिल है। इस घाटी की खोज वनस्पति शास्त्री फ्रेक सिडनी स्माइथ ने की थी। जब वह पर्वतारोहण पर निकले थे तब वो गलती से इस घाटी के पास पहुंच गए थे। इस जन्नत जैसी जगह को देखकर पहली नजर में ही वो मंत्रमुग्ध हो गए थे।
ऐसे पहुंचे आप फूलों की घाटी (Uttarakhand Valley of Flowers)
पर्यटकों के लिए फूलों की घाटी 1 जून से लेकर 31 अक्टूबर तक खुली रहती है। चमोली की इस खूबसूरत घाटी तक पहुंचने के लिए आपको बद्रीनाथ हाइवे से गोविंदघाट को लिए जाना होगा। यहां से आपको करीब 11 किलोमीटर की ट्रेकिंग करनी होगी। इसके बाद हेमकुंड यात्रा के बेस कैंप से होते हुए घाघरिया तक जाना होगा। इस बेस कैंप से तीन क्लोमीटर की दूरी पर स्थित है खूबसूरत फूलों की वैली। यहां जाने के लिए आपको पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।