Khabarwala24newsGARHMUKESHWAR(HAPUR):वैशाख अमावस्या पर पुण्य लाभ कमाने को श्रद्धालुओं ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई। गंगा स्नान करने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। गंगा तट हर-हर गंगे उद्घोष से गूंज उठे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने प्रसाद वितरण कर धार्मिक अनुष्ठान कराए।
क्या है मान्यता
मान्यता है कि वैशाख अमावस्या पर गंगा में स्नान करने और ब्राह्मणों को दान करने का विशेष महत्व है। इससे पितृ तृप्त होते हैं और उनकी आत्मा को शांति मिलती है। दैहिक, दैविक और भौतिक तापों से मुक्ति मिलती है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है। अमावस्या को हिंदू ग्रंथो में पित्रों अर्थात पूर्वजों को समर्पित महत्वपूर्ण दिवस के रूप मे माना जाता है। इस दिन पितरों के लिए दान तथा पवित्र नदियों मे स्नान को श्रेष्ठ माना गया है।
दूर दराज से गंगा स्नान करने पहुंचे श्रद्धालु
दूर दराज के श्रद्धालुओं का आधी रात के बाद से ही गंगा स्नान करने के लिए ब्रजघाट पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा समेत कई राज्यो से भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओ गंगा घाट पर पहुंचे। सुर्य की पहली किरण के साथ ही हर हर गंगे के उद्घोष संग पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। स्नान के बाद धार्मिक अनुष्ठान कराए। प्रसाद वितरित किया। दान दक्षिणा देकर पुरोहितों को तृप्त किया। सुबह से शुरू हुआ गंगा स्नान का क्रम सुबह काफी देर तक चलता रहा। बताया गया कि लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे ।जिन्होंने गंगा में स्नान कर विधि-विधान से पूजा-अर्चना के साथ ही दान दक्षिणा देकर मनोकामना विश्वकल्याण की प्रार्थना की।
सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध
वैशाख अमावस्या पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के गंगा घाट पर पहुंचने पर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए हैं। संदिग्ध लोगों और वाहनों पर पुलिस की पैनी निगाह रखी गई थी।