Khabarwala 24 News New Delhi : Vaishakh Month 2025 Start And End वैशाख महीने में भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। वैशाख महीने को सबसे पवित्र और शुभ महीनों में से एक माना गया है क्योंकि यह भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। वैशाख महीने को माधव मास भी कहा गया है। माधव भगवान कृष्ण का ही एक नाम है। इस साल वैशाख महीना 14 अप्रैल से शुरू हो रहा है जो कि 13 मई तक चलेगा। इस दौरान कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।
पुण्य देने वाला पवित्र माह (Vaishakh Month 2025)
वैशाख महीने का संबंध विशाखा नक्षत्र से है। विशाखा नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति और इंद्रदेव हैं। विशाखा नक्षत्र से संबंध होने के कारण इस महीने को वैशाख कहा जाता है। स्कंद पुराण में वैशाख माह को पुण्यार्जन करने वाला महीना कहा गया है यानी कि इस महीने में किए गए शुभ कार्य खूब पुण्य देते हैं।
वैशाख महीने में करें काम (Vaishakh Month 2025)
वैशाख महीने में पूजा-पाठ के साथ दान-पुण्य करने का बड़ा महत्व है। वैशाख महीने में राहगीरों को जल पिलाना, प्याऊ लगवाना बहुत पुण्यदायी माना जाता है। साथ ही पशु-पक्षियों के लिए दाना-पानी रखें। वैशाख महीने में जल का दान करने से जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
सत्तू का भी दान लाभदायक (Vaishakh Month 2025)
तंगी, बीमारियां दूर होती हैं. जीवन में सुख-समृद्धि आती है। वैशाख महीने में रसीले फलों का दान करना चाहिए। गरीबों को जूते-चप्पल, छाते, जल से भरे मटके, शरबत जैसे ठंडे पेयों का दान करना चाहिए। इसके अलावा सत्तू का भी दान करें।
ये काम नहीं करना चाहिए (Vaishakh Month 2025)
वैशाख में गर्मी चरम पर होती है लिहाजा सेहत का ध्यान रखना जरूरी होता है। वैशाख की दोपहर में जब सूर्य सीधे सिर पर हो तब बाहर निकलने से बचें। तली-भुनी, मसालेदार चीजों का सेवन ना करें। जमीन पर सोएं। शरीर पर तेल ना लगाएं। गर्म पानी से स्नान ना करें। देर रात में भोजन नहीं करें। इससे सेहत बिगड़ती है।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।