Khabarwala 24 News New Delhi : Vaishnavi Macdonald छोटे पर्दे का पॉपुलर शो शक्तिमान को कौन नहीं जानता। एक समय में ये बच्चों का पसंदीदा शो हुआ करता था। इस शो ने 8 साल तक फैंस के दिलों पर राज किया, लेकिन दर्शकों के दिमाग में लंबे समय से एक सवाल चल रहा है जो मुकेश खन्ना से उनके फैंस कई बार पूछ चुके हैं।
बता दें कि शो में शक्तिमान की भूमिका मुकेश खन्ना ने निभाई थी तो वहीं गीता विश्वास का रोल पहले किटू गिडवानी ने निभाया बाद में इस रोल में वैष्णवी मेकडोनाल्ड नजर आईं जो आखिर तक इस शो के साथ रही थीं। वैष्णवी ने बताया कि शो के दौरान मुकेश खन्ना उनके साथ कैसा बर्ताव करते थे।
मुकेश खन्ना के बर्ताव पर वैष्णवी का खुलासा (Vaishnavi Macdonald)
छोटे पर्दे के पॉपुलर शो शक्तिमान में वैष्णवी मेकडोनाल्ड (Vaishnavi Macdonald) गीता विश्वास के रोल के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने इस शो में एक लंबा समय बिताया है। वहीं शक्तिमान का किरदार निभाने वाले मुकेश खन्ना भले ही आज कंट्रोवर्सीज में रहते हों लेकिन वैष्णवी ने बताया कि शक्तिमान की शूटिंग के दौरान उनका बिहेवियर बेहद अलग था। एक्ट्रेस ने बताया कि मुकेश जी के साथ काम करने का बहुत ही अच्छा एक्सपीरियंस था। मैंने फिल्मों का वो माहौल देखा था जहां महिलाओं को ऑब्जेक्टिफाई किया जाता रहा है, उन्हें अच्छी नजरों से नहीं देखते थे।
सीन्स कैंसिल कर देते थे मुकेश खन्ना : वैष्णवी (Vaishnavi Macdonald)
वैष्णवी मेकडोनाल्ड ने आगे बताया कि मैंने कास्टिंग काउच जैसी चीजें भी झेली हैं। मैं अपने उसूलों पर खड़ी रहना पसंद करती थी। इसलिए मुझे मौके भी नहीं मिल पाते थे तो मैंने टेलीविजन का रुख किया। जब मैंने मुकेश जी के साथ काम करना शुरू किया तो मैंने उनकी एकदम 360 डिग्री पलट पर्सनैलिटी देखी।
नो इंटिमेट सीन्स, नो हग, कुछ नहीं। मेरे साथ दो साल तक काम करने के बाद, जब वो कम्फर्टेबल हुए, तो उन्होंने जान लिया कि मैं कैसी हूं। तब जाकर वो मेरे साथ कम्फर्टेबल हुए। वो भी इतना कि मैं हाथ पकड़ सकती हूं। मुझे वो चीज बहुत अच्छी लगी। मुझे वो रिस्पेक्ट मिली उनसे जो फिल्मों में नहीं था।
महिला से दस कदम रहते थे दूर : मेकडोनाल्ड (Vaishnavi Macdonald)
वैष्णवी मेकडोनाल्ड (Vaishnavi Macdonald) ने मुकेश खन्ना के बारे में आगे कहा कि अब वो जो भी कह रहे हैं, लेकिन उन दिनों में वो कभी कुछ नहीं कहते थे। महिलाओं से तो वो 10 कदम दूर ही रहते थे, ये उनकी पर्सनैलिटी थी। हां लेकिन ये जरूर फील कराते थे कि वो ऊपर हैं, हमें ग्रो करने की जरूरत है।
लेकिन कभी बेइज्जत नहीं किया ना ही कभी अन्फम्फर्टेबल फील कराया। बता दें 90 के दशक में शक्तिमान टीवी के पसंदीदा शो में से एक था। इस शो बच्चों की पहली पसंद हुआ करता था। जब ये शो बंद हुआ था तो बच्चों के साथ-साथ बुजुर्ग भी दुखी हुए थे।