Khabarwala 24 News New Delhi: Vanilla Ice Cream देश के साथ साथ दुनियाभर में आइसक्रीम के शौकीनों की कमी नहीं है, ऐसे में बात जब वनीला आइक्रीम की आती है तो लोगों के मुंह में पानी आना स्वभाविक है। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि दुनिया में सबसे पहले वनीला आइसक्रीम बनाई कैसे गई थी और इसका इतिहास क्या है?
पहली वनीला आइसक्रीम कैसे बनाई गई थी ? (Vanilla Ice Cream)
Vanilla Ice Cream सबसे पहली वेनीला बीन एक्सट्रैक्ट का इस्तेमाल चॉकलेट ड्रिंक्स को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता था, लेकिन समय के साथ वेनिला ने चॉकलेट ड्रिंक्स से अलग एक अलग फ्लेवर के रूप में अपनी खास पहचान बनाई। आखिरकार 1760 के दशक तक, फ्रांसीसियों ने इसे एक अलग आइसक्रीम फ्लेवर में बदल दिया. इस रेसिपी ने अमेरिका के संस्थापकों में से एक थॉमस जेफरसन का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया, जिन्होंने वनीला को नई पहचान दिलाई। आज के समय में हर जगह वनीला आइसक्रीम की खास डिमांड रहती है।
कहां बनाई गई थी सबसे पहले आइसक्रीम? (Vanilla Ice Cream)
Vanilla Ice Cream आइसक्रीम का इतिहास जितना दिलचस्प है उतनी ही इसे लेकर अलग-अलग धारणाएं भी हैं। कुछ लोग मानते हैं कि आइसक्रीम का आविष्कार चीन में 3000 ईसा पूर्व यानी तकरीबन 5000 साल पहले हुआ था। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि इटली के एक व्यापारी मार्कोपोलो ने पहली बार आइसक्रीम एक डिश के रूप में बनाई थी।
Vanilla Ice Cream हालांकि आइसक्रीम का जिक्र सबसे पहली बार 500 ईसा पूर्व ईरान के अचमेनिद साम्राज्य में भी मिलता है। कहते हैं कि फारसियों ने 400 ईसा पूर्व ही बर्फ से कई फ्लेवर की आइसक्रीम बनाना शुरू किया था। इसके अलावा ये भी कहा जाता है कि 200 ईसा पूर्व के आसपास चीन में आइसक्रीम बनाने के लिए दूध और चावल का इस्तेमाल किया जाता था। उस समय इसका स्वाद भारत में मिलने वाली ठंडी खीर की तरह ही होता था।
पहली बार भारत में कैसे पहुंची आइसक्रीम? (Vanilla Ice Cream)
Vanilla Ice Cream अब सवाल ये उठता है कि आइक्रीम भारत में सबसे पहले कौन लाया और ये सबकी पसंद कैसे बन गई? तो बता दें कि यहां आइसक्रीम मुगल बादशाहों के साथ पहुंची थीं। ऐसे दस्तावेज देखने को मिलते हैं, जो बताते हैं कि बादशाह अकबर के लिए आइसक्रीम जैसा ठंडा डेजर्ट बनाया गया था।
Vanilla Ice Cream इसकी रेसिपी आइना-ए-अकबरी और अकबरनामा में नजर आती है। आइसक्रीम को बड़े स्तर पर बनाने के लिए 1851 में इंसुलेटेड आइस हाउस का अविष्कार हुआ था। इसके बाद शाही परिवारों और अमीर लोगों तक सीमित आइसक्रीम आम आदमी तक भी पहुंची। इसके बाद ही खास से लेकर आम आदमी भी आइसक्रीम का स्वाद चखने लगा और धीरे-धीरे ये लोगों पसंद बन गई।