खबरवाला, 24 न्यूज लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने किसानों की समस्याओं तथा कानून व्यवस्था समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर विधान भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। दोपहर 11 बजे बजट सत्र की शुरुआत से पहले सपा विधायकों ने पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव की अगुवाई में विधानसभा के प्रवेश द्वार के नजदीक धरना प्रदर्शन किया और कानून व्यवस्था तथा किसानों से संबंधित समस्याओं को उठाया।
यादव ने संवाददाताओं से कहा कि सपा चाहती है कि सदन की कार्यवाही संचालित हो ताकि पार्टी जनहित से जुड़े मुद्दों को सदन में उठा सके। इस दौरान परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने सपा विधायकों को हटाने की कोशिश की। इस बीच उनकी मौके पर मौजूद कुछ मीडिया फोटोग्राफरों से धक्का-मुक्की भी हुई।
सपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा: केशव प्रसाद मौर्य
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा के धरना-प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है इसलिए वह ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। मौर्य ने कहा ‘‘उनके जो भी मुद्दे हैं उन्हें लेकर सदन में आना चाहिए ताकि उन पर चर्चा हो सके। सरकार इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।” शिवपाल सिंह यादव द्वारा सपा के धरना प्रदर्शन की अगुवाई किए जाने के सवाल पर मौर्य ने कहा ‘‘चाहे शिवपाल हों या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, या फिर उनका पूरा परिवार ही क्यों ना धरने पर बैठ जाए, इसका कोई खास मतलब नहीं है। हम विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और उसी को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।
सिर्फ असहमति के आधार पर कार्यवाही बाधित करना लोकतंत्र, राज्य के हित में नहीं : मुख्यमंत्री
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि केवल असहमति के आधार पर विधानसभा की कार्यवाही को बाधित करना न तो लोकतंत्र के हित में है और ना ही राज्य के। राज्य विधानमंडल के बजट सत्र में शामिल होने के लिए विधानसभा जाते वक्त मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच असहमति हो सकती है। सत्ता पक्ष जनहित से जुड़े मुद्दों पर जवाब देने से भाग नहीं सकता, लेकिन सदन की कार्यवाही को बाधित करना न तो राज्य के हित में है और ना ही लोकतंत्र के हित में।” उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपने मुद्दों को सदन में शालीनता से प्रभावी शब्दावली के साथ उठाना चाहिए।
22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा विधानमंडल के संयुक्त सदन को संबोधित किए जाने के साथ बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हो जाएगी और यह 10 मार्च तक चलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के 25 करोड़ लोगों के लिए आगामी 22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो अन्य पार्टियों के नेताओं से विचार-विमर्श करके शनिवार को भी सदन की कार्यवाही संचालित कराई जाएगी।” आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार सदन में जनहित के सभी मुद्दों पर चर्चा करने और उनका जवाब देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें सदन को शानदार तरीके से चलाने का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। हमारे पास सदन को अच्छी चर्चा का मंच बनाने का अवसर है