Khabarwala 24 News New Delhi : Vijaya Ekadashi 2024 हर महीने में 2 एकादशी मनाई जाती हैं और साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। इन्हीं एकादशी में से एक है विजया एकादशी। मान्यतानुसार इस एकादशी का व्रत रखने पर अपने शत्रुओं पर विजय मिल जाती है। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल एकादशी की सही तारीख को लेकर भक्तों में उलझन की स्थिति बन रही है। 6 मार्च को स्मार्त और 7 मार्च 2024 को वैष्णव संन्यासी विजया एकादशी का व्रत रखेंगे। गृहस्थों के लिए 06 मार्च को एकादशी का व्रत रखना चाहिए।
विजया एकादशी की तिथि (Vijaya Ekadashi 2024)
इस साल हिंगू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरूआत 6 मार्च, बुधवार सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर होगी और इसका समापन 7 मार्च की सुबह 4 बजकर 13 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में उदया तिथि के चलते विजया एकादशी का व्रत 6 मार्च के दिन ही रखा जाएगा। विजया एकादशी पर भगवान श्रीहरि विष्णु की विशेष पूजा अर्चना करके उन्हें प्रसन्न किया जाता है। इस दिन इन चीजों का भोग लगाने से घर में सुख समृद्धि बढ़ती है। यदि आप विष्णु भोग के बारे में नहीं जानते हैं तो जानें कि कौनसा भोग लगाने से वे प्रसन्न होंगे।
करें विधिवत पूजा-अर्चना (Vijaya Ekadashi 2024)
विजया एकादशी की पूजा करने के लिए सुबह जल्दी उठकर स्नान किया जाता है और स्वच्छ वस्त्र धारण करते हैं। अब सूर्यदेव को जल अर्घ्य दिया जाता है। मंदिर की सफाई की जाती है और उसमें एक चौकी पर लाल कपड़ा वस्त्र बिछाया जाता है। भगवान विष्णु की प्रतिमा रखी जाती है और श्रीहरि को फूल, धूप, दीप और फल आदि अर्पित किए जाते हैं। इसके बाद विष्णु आरती की जाती है। भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप और विष्णु चालीसा का पाठ भी करते हैं। इसके बाद पंचामृत में तुलसी का पत्ता डालकर भोग स्वरूप भगवान विष्णु को लगाया जाता है।
इन चीजाें से प्रसन्न होंगे (Vijaya Ekadashi 2024)
खीर : भगवान विष्णुजी को खीर का नैवेद्य बहुत पसंद है। खीर कई प्रकार से बनाई जाती है। सूखे मेवे डालकर बनाएं।
हलवा : सूजी का हलवा विष्णुजी को बहुत प्रिय है। हलवे में किशमिश जरूर मिलाएं।
पंचामृत : पूजा-पाठ या आरती के बाद तुलसीकृत जलामृत व पंचामृत चढ़ाएं।
तुलसी का पत्ता : विष्णु के पूजन और नैवेद्य में तुलसी का पत्ता चढ़ाना अनिवार्य है। इससे वे बहुत ज्यादा प्रसन्न होते हैं।
केला : केला भगवान विष्णु को बहुत प्रिय हैं उनके नैवेद्य में केला होना भी जरूरी है।
श्रीफल : फल और फूल के साथ श्रीफल चढ़ाने से लक्ष्मीपति प्रसन्न होते हैं।
कैसे लगाए विष्णु भोग (Vijaya Ekadashi 2024)
विष्णुजी को किशमिश का भोग लगाना चाहिए। साथ ही आंवले का भोग लगाना अतिशुभ होता है। खीर में सूखे मेवे डालने चाहिए और अंत में तुलसी जरूर डालें। उसे उत्तम प्रकार से बनाएं और फिर विष्णुजी को भोग लगाने के बाद वितरित करें।