Khabarwala 24 News New Delhi: Weather देश के अधिकांश राज्यों में इन दिनों खूब बारिश हो रही है, जिसकी वजह से कई राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। मौसम विभाग ने 12 जुलाई को कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और मेघायल के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
कैसा रहेगा दिल्ली का मौसम (Weather)
दिल्ली में आज यानी 12 जुलाई को आसमान में घने बादल छाए रहेंगे और इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में इस पूरे हफ्ते मध्यम से हल्की बारिश होने की उम्मीद है। IMD के मुताबिक, इस पूरे सप्ताह दिल्ली का अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।
कैसा रहेगा यूपी का मौसम (Weather)
उत्तर प्रदेश में मानसून का असर देखने को मिल रहा है। कई जिलों में झमाझम बदरा बरस रहे हैं। मौसम विभाग द्वारा यहां लगातार भारी बारिश का अलर्ट जारी किया जा रहा है। यूपी में भारी बारिश के कारण कई गांव जलमग्न हो गए हैं वहीं कई नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की आशंका जताई जा रही है।
कई जिलों में बारिश होने की संभावना (Weather)
भारी बारिश के कारण जलजमाव से लोगों की समस्याएं बढ़ रही है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में भी यूपी के कई जिलों में बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार से मानसून के और रंग देखने को मिलेंगे। आने वाले तीन से चार दिनों तक अत्यधिक बारिश की संभावना जताई गई है।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट (Weather)
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, बहराइच, आजमगढ़, बलिया, मऊ, श्रावस्ती, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, संत कबीर नगर, जौनपुर, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, सुल्तानपुर, प्रयागराज, कौशांबी, चित्रकूट, फतेहपुर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत में भारी बारिश अलर्ट जारी किया गया है। इसमें कुशीनगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
येलो अलर्ट जारी (Weather)
बता दें कि मानसून की शुरुआत से ही गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और इसके आसपास के जिलों में भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है। यूपी में इन 4 जिलों के अलावा 47 जिलों में बारिश, आंधी और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उमस से परेशान (Weather)
यूपी में हो रही बारिश के कारण लोगों को गर्मी से राहत है। कुछ जिलें ऐसे हैं जहां मानसून की शुरुआत से ही भारी बारिश हो रही है। लेकिन वहीं कुछ जिलें ऐसे भी हैं जहां बारिश का अलर्ट जारी तो किया गया लेकिन बारिश हो नहीं रही। साथ ही उन इलाकों में उमस भी बढ़ती जा रही है। यूपी के गाजियाबाद और नोएडा में लोग अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन यहां बारिश की कुछ बूंद पड़ती है, फिर उमस भरी गर्मी शुरू हो जाती है।
यूपी में अच्छी बारिश की उम्मीद (Weather)
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल मानसून में यूपी में अच्छी बारिश होने की संभावना थी। मानसून के शुरू होने से लेकर अभी तक कई जिलों में तेज झमाझम बारिश हो रही है, तो वहीं कुछ इलाके ऐसे भी हैं, जहां रुक-रुककर रिमझिम-रिमझिम बारिश हो रही है। रिमझिम बारिश से इन जिलों का मौसम सुहावना बना हुआ है।
कैसा रहेगा देश के मौसम का हाल (Weather)
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर बिहार, दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा और तटीय कर्नाटक में मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद है। वहीं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, लक्षद्वीप, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
इसके अलावा अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, मध्य प्रदेश, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. लद्दाख, जम्मू कश्मीर, गंगीय पश्चिम बंगाल, सौराष्ट्र और कच्छ, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में हल्की बारिश संभव है।
कैसी रहेंगी देश की मौसमी गतिविधियां (Weather)
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, मॉनसून कि अक्षय रेखा जैसलमेर, कोटा, शिवपुरी, सतना, डाल्टनगंज, पुरलिया, कोंटाई और फिर पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग से होकर गुजर रही है। उत्तर-पूर्व असम और उसके आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
वहीं पूर्व-पूर्व उत्तर प्रदेश से उत्तर-पूर्व असम के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के ऊपर एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ, जो समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर उत्तर बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से होकर गुजर रही है। इसके अलावा कच्छ के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तर महाराष्ट्र तट से केरल तट तक एक द्रोणिका फैली हुई है। लगभग 20ए उत्तरी अक्षांश पर समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किलोमीटर ऊपर एक कतरनी क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पूर्व राजस्थान और उसके आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।