Khabarwala 24 News New Delhi: Weather दिल्ली में गुरुवार की सुबह बारिश के बाद मौसम साफ रहा। ठंड से भी हल्की राहत मिली है। दिल्ली के आसमान में शुक्रवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग की ओर से आज दिल्ली में घने कोहरे की वजह से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं उत्तर भारत के कई इलाकों में बारिश के बाद फिर ठंड का दौर शुरू हो गया है। जहां मैदानी इलाकों में लोग कोहरे और ठंड की मार झेल रहे हैं। वहीं, पहाड़ी इलाकों में लोग बर्फबारी का आनंद उठा रहे हैं। बर्फबारी से हिल स्टेशन पर सैलानियों का जमावड़ा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बर्फबारी की संभावना जताई है।
कैसा है दिल्ली का मौसम (Weather)
दिल्ली में बारिश के बाद एक बार फिर कोहरे और ठंड का दौर लौट रहा है। आज, 17 जनवरी को कई इलाकों में घना कोहरा देखने को मिला। कोहरे के कारण खराब दृश्यता को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी है। दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर सुबह 5 बजे के आस पास शून्य दृश्यता देखी गई। जिससे कई फ्लाइट्स पर भी असर देखने को मिल रहा है। हालांकि 7.30 बजे विजिबिलिटी में सुधार के बाद ये 50 मीटर तक पहुंच गई। आईएमडी ने कई स्थानों पर घने से बहुत घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तापमान की बात करें तो आज न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। इसके साथ ही आज ठंडी हवाएं भी चल रही हैं।
तापमान में उतार चढ़ाव का जारी रहेगा सिलसिला (Weather)
मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली के लिए 18 और 19 जनवरी को घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक दिल्ली में गुरुवार को बारिश के बाद आसमान साफ रहा और न्यूनतम तापमान 10.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 2.7 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 21 और 22 जनवरी को दिल्ली एनसीआर में फिर बारिश होने की संभावना है। दिल्ली वालों को आने वाले कुछ दिनों तक कोहरे से निजात मिलने की संभावना नहीं है। तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहेगा।
दिल्ली में एक्यूआई बहुत खराब (Weather)
विभाग ने शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है. सुबह के समय ज्यादातर इलाकों में धुंध और घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 302 रहा, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
यूपी में ठंड से राहत मिलने के आसार कम (Weather)
उत्तर प्रदेश में हांड कंपा देने वाली ठंड का कहर जारी है। यूपी के लोग गर्म कपड़ों की कई लेयर्स पहनने के बाद भी ठिठुरते दिखाई दे रहे हैं। यहां शरीर सुन्न कर देने वाली ठंड पड़ रही है। इस भीषण ठंड में घरों से बाहर निकलकर काम करने जाना लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। कभी सूर्य के दर्शन भी नहीं हो रहे, तो कभी-कभी धूप खिल रही है। लेकिन धूप से भी लोगों को अधिक राहत नहीं मिल पा रही है। खिली धूप के बीच चल रही सर्द हवाओं के कारण लोगों को उसका कोई लाभ नहीं मिल रहा। इस बीच मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश में कोहरे का अलर्ट जारी किया है।
यूपी में छाया रहेगा घना कोहरा (Weather)
लखनऊ मौसम केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, आज सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, मथुरा, आगरा, हापुड़, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, अलीगढ़, बुलंदशहर, मथुरा, फिरोजाबाद, महामायानगर, मैनपुरी, इटावा, जालौन, ललितपुर, झांसी, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, गोरखपुर, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, अयोध्या, मऊ, बलिया, गोंडा, बस्ती, संत कबीर नगर और महाराजगंज में आज कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
कोहरे में वाहन चालक बरते सावधानी (Weather)
इसके अलावा यूपी की राजधानी लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, सोनभद्र, बरेली, हरदोई, अमेठी और कन्नौज समेत शेष बचे सभी जिलों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान दृश्यता बहुत कम रहेगी, जिस कारण ट्रेनें देरी से चल रही हैं और सड़क मार्गों पर भी यातायात प्रभावित है। वाहन धीमी गति में लाइट जलाकर चल रहे हैं। वाहन चालकों को सतर्क रहते हुए यात्रा करने की सलाह दी गई है, ताकि कोहरे के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
कहीं बारिश तो कहीं बर्फबारी के आसार (Weather)
वहीं, स्काईमेट के मुताबिक, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है और उसके बाद इसमें कमी आएगी। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय तमिलनाडु और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति संभव है। इसके अलावा पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में ज़मीन पर पाला पड़ने की उम्मीद है।