Weather Report Khabarwala 24 News New Delhi: मानसून ने कुछ राज्यों को अलविदा कह दिया है, वहीं बिहार और झारखंड समेत कई राज्य में अभी भी बारिश का दौर जारी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)ने इन राज्यों में भारी बारिश की संभावनाएं व्यक्त की है। दक्षिण भारत के भी कुछ राज्यों में तेज बारिश का अनुमान है।
वहीं दिल्ली-एनसीआर से एक अक्टूबर को मानसून वापस जा चुका है। ऐसे में अब बारिश की कोई संभावना नहीं है। इसकी वजह से मौसम साफ रहेगा और अगले कुछ दिनों में सुबह-शाम ठंडक बढ़ जाएगी। हालांकि दोपहर में धूप की तपिश अभी अगले 15 से बीस दिनों तक बनी रहेगी। लेकिन रात में लोगों को हल्की जैकेट निकालनी पड़ सकती है।
मौसम विभाग ने इन राज्यों में किया है बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तरी ओडिशा में बारिश हो सकती है। साथ ही पूर्वोत्तर भारत में अगले चार दिनों में ऐसी स्थिति बन सकती है। इनमें असम, मेघालय में 3 से 7अक्टूबर, अरुणाचल प्रदेश में 3-6 अक्टूबर, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 3-5 अक्टूबर तक हल्की बारिश हो सकती है।
पश्चिमी क्षेत्रों में मौसम में खास बदलाव की नहीं संभावना
स्काईमेट वेदर ने बताया है कि तटीय आंध्र प्रदेश, गोवा और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। साथ ही तेलंगाना, कोंकण, पूर्वी विदर्भ, तमिलनाडु और पश्चिमी हिमालय में हल्की बारिश के आसार हैं। मंगलवार को भारी बारिश के चलते केरल में शैक्षणिक संस्थान बंद करने पड़े थे। IMD के अनुसार अगले 5 दिनों के दौरान पश्चिमी क्षेत्रों में मौसम में खास बदलाव होने की संभावनाएं नहीं हैं।
इन राज्यों से मानसून ले चुका है विदा
IMD ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, राजस्थान के बचे हुए हिस्सों, गुजरात के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड के कई इलाकों से विदा ले चुका है। खबर है कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून की विथड्रावल लाइन गुलमर्ग, धर्मशाला, मुक्तेश्वर, पीलीभीत, ओरई, अशोकनगर, इंदौर, बड़ौदा और पोरबंदर से होकर गुजर रही है। इसके साथ ही अगले 2-3 दिनों में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से मॉनसून की वापसी के लिए स्थिति अनुकूल बनती जा रही है।