Weather Report: Khabarwala 24 News NewDelhi: दिल्ली में एक बार फिर यमुना के बढ़ते जलस्तर ने दिल्लीवासियों की टेंशन और बढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार,अगले छह दिन बूंदाबांदी की संभावना है। फिलहाल तेज बारिश की उम्मीद बेहद कम है। 24 जुलाई के बाद से तापमान में कुछ कमी आ सकती है। रविवार सुबह 6 बजे ओल्ड यमुना ब्रिज पर जलस्तर 205.75 मीटर दर्ज किया गया। दिल्ली में यमुना में खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है। उधर मौसम विभाग की मानें तो उत्तर प्रदेश में 24 जुलाई से प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ने के संकेत हैं। वहीं मंगलवार को कई जिलों में तेज बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी है।
हथिनीकुंड बैराज से यमुना में लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा
हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से यमुना में लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद एक बार फिर बाढ़ की आहट होने लगी है। इसको लेकर अधिकारियों और लोगों के हाथ-पैर फूल गए हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। तीनों प्रदेशों की सरकारों ने यमुना से सटी सभी चौकियों पर निगरानी बढ़ा दी है। खासकर, दिल्ली को खतरा ज्यादा हो सकता है क्योंकि, यहां इलाके नीचे हैं और उनमें जलस्तर बढ़ते ही पानी घुस जाता है। पिछले दिनों आई बाढ़ से लोग अभी उबर भी नहीं पाए हैं कि उन्हें फिर से चिंता सताने लगी हैं। उधर, अधिकारियों ने भी निगरानी बढ़ा दी है और लोगों से अपील की है कि वह यमुना किनारे न जाएं। आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली में नावों से चौकसी बरती जा रही है। दिल्ली सरकार ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है।
शनिवार शाम से ही बाढ़ के खतरे को देखते हुए यमुना खादर और उसके आसपास के क्षेत्रों में प्रशासन की तरफ से मुनादी कराई गई। लोगों से अपील की गई कि वो सचेत रहें और संभव हो सके तो निचले इलाकों को पूरी तरह से खाली कर दें। क्योंकि एक बार फिर से यमुना का जल स्तर तेजी से बढ़ने का खतरा है। उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद हथनीकुंड बैराज पर पानी का दवाब ओर अधिक बढ़ गया है जिसके चलते बैराज से लगातार यमुना नदी में पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, सहारनपुर और शामली में भी अफसर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
क्या कहती है राजस्व मंत्री
दिल्ली सरकार में राजस्व मंत्री – आतिशी ने कहा, ”यदि यमुना का जल स्तर 206.7 मीटर तक बढ़ जाता है तो खादर के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ सकती है। सरकार इन इलाकों में तत्काल निकासी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रविवार शाम तक यमुना नदी खतरे के स्तर को पार कर सकती है।”
क्या है उत्तर प्रदेश के मौसम का हाल
उत्तर प्रदेश में बढ़ती उमस और गर्मी से राहत के लिए हर कोई बारिश के लिए दुआं कर रहा है। ऐसे में मौसम विभाग का अनुमान खुशखबरी जैसा ही है कि जल्द ही बारिश का सिलसिला शुरू होने वाला है। मौसम विभाग की मानें तो 24 जुलाई से प्रदेश में मानसून की सक्रियता बढ़ने के संकेत हैं। वहीं मंगलवार को कई जिलों में तेज बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी है। फिलहाल सोमवार को भी पश्चिमी व पूर्वी यूपी में कई जगह बारिश होते देखने को मिल सकती है।
आज भी पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है साथ ही एक दो स्थानों पर बिजली भी गिर सकती है। पूर्वी यूपी में एक दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना व्यक्त की गई है। इसके साथ ही रविवार को अमरोहा, बागपत, बिजनौर, गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में बिजली गिरने की आशंका जताई गई है। हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और शामली के आसपास के क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने का अलर्ट है।