Khabarwala 24 News New Delhi : Work Pressure Study Report आज के दिनों में ज्यादातर कर्मचारी ऑफिस में काम के तनाव से जूझ रहे हैं। ऑफिस से घर पहुंचने के बाद भी यह तनाव बना रहता है। स्टडी में बताया गया है कि 21 से 30 वर्ष की आयुवर्ग वालों को काम का सबसे अधिक तनाव होता है जबकि 41 से 50 एज ग्रुप वाले कर्मचारी तनावमुक्त होकर काम करते हैं।
सर्वेक्षण में पाया गया है कि काम के दौरान महिला कर्मचारियों को अधिक तनाव रहता है। पुरुषों की तुलना में महिलाएं काम का प्रेशर अधिक लेती हैं। इस कारण कई बार बीमारियों का शिकार भी हो जाती हैं।
पांच हजार कर्मियों पर किया सर्वे (Work Pressure Study Report)
भारत में हाल ही में कर्मचारियों के विभिन्न आयुवर्ग के लोगों पर एक स्टडी की गई है। मेंटल एंज इमोशनल वेलनेस कंपनी ‘योर दोस्त’ की ओर से की गई स्टडी ने 5000 से अधिक कर्मचारियों पर एक सर्वे किया है। इस सर्वे में पाया गया है कि किस एज ग्रुप के एम्ल्यॉई को काम का सबसे ज्यादा प्रेशर होता है। जांच में ये भी पता चला है कि किस एज ग्रुप के कर्मचारी सबसे तनावमुक्त रहते हैं।
इन कर्मियों को सबसे अधिक तनाव (Work Pressure Study Report)
कर्मचारियों को लेकर की गई स्टडी में सामने आया है कि 21 से 30 वर्ष के कर्मचारियों पर काम का प्रेशर काफी अधिक होता है। इस कारण वह अधिक तनाव में रहते हैं। इसके बाद 31 से 40 वर्ष की आयु वर्ग के कर्मचारियों की बात करें यह दूसरा सबसे अधिक तनाव में रहने वाला एज ग्रुप है। इसमें 59.18 प्रतिशत कर्मचारी खासा तनाव में रहते हैं। जबकि 41 से 50 वर्ष की आयु के कर्मचारी सबसे अधिक तनावमुक्त होते हैं। उन्हें काम का प्रेशर बहुत कम होता है।
वर्क प्लेस की शिफ्ट में बदलाव (Work Pressure Study Report)
‘योरदोस्त’ के मुख्य मनोविज्ञान अधिकारी डॉ जिनी गोपीनाथ के मुताबिक वर्क प्लेस की शिफ्ट में बदलाव, हाइब्रिड कार्य मॉडल के डेवलपमेंट ने 21-30 आयु वर्ग काफी पर प्रभाव डाला है। उन्होंने कहा है कि संगठनों को काम के रेगुलर कम्यूनिकेशन और पार्टिसिपेशन को प्राथमिकता देनी चाहिए। ऐसे सर्वेक्षण से हमें कर्मचारियों की वास्तविक स्थिति के बारे में पता चलता है।