Khabarwala 24 News Hapur: WORLD SPARROW DAY 2025 हर साल 20 मार्च को विश्व गौरेया दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य गौरैया और अन्य सामान्य पक्षियों की घटती संख्या के प्रति जागरूकता बढ़ावा और उनके संरक्षण के लिए प्रयास करना है। शहरों में गौरैया के कम होने की वजह उनकी प्रजनन क्षमता का कमी नहीं बल्कि उनको रहवास के लिए जगह न मिलना है। ऐसे में कई सामाजिक संगठनों के लोग लगातार जागरूक करने का कार्य कर रहे हैं।
अभियान की 8 वर्ष पहले हुई थी शुरुआत (WORLD SPARROW DAY 2025)
लोगों को जागरूक करने के लिए ऐसा ही एक सामाजिक संगठन उत्तर प्रदेश के हापुड़ में ‘गौरैया की उड़ान’ से है। जहां मेरठ रोड स्थित आवास विकास कॉलोनी की रहने वाली डॉ. रेनू सिंह अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 8 साल से ‘गौरैया की उड़ान’ कार्यक्रम चलाकर लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रही हैं। डॉ. रेनू अपने साथियों के साथ गौरैया के लिए निःशुल्क घोंसलों का वितरण कर रही है। डॉ. रेनू सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि करीब 8 साल पहले इस अभियान कि शुरुआत की थी, तब से लेकर अब तक वह लोगों को निःशुल्क घोंसलें वितरित कर रही हैं। अभी तक उन्होंने करीब 8 हजार घोंसलों का नि:शुल्क वितरण किया है।
देखिए वीडियो (WORLD SPARROW DAY 2025)
आज भी कर रही घोंसलों का वितरण (WORLD SPARROW DAY 2025)
उनका कहना है कि सिर्फ हापुड़ जिले में ही नहीं बल्कि आस-पास के जिलों और राज्यों में भी घोंसलों को वितरित कर लोगों को जागरूक कर चुकी है, इसको लेकर लोगों से काफी अच्छा स्पॉट (फीडबैक) मिल रहा है। उन्होंने बताया कि विश्व गौरैया दिवस (20 मार्च) यानि आज को भी वह अपने साथियों के साथ मिलकर करीब 200 घोंसलों का निशुल्क वितरण करेंगी। डॉ. रेनू के पति कहते है कि पहले के समय में आस-पास के क्षेत्र में गौरैया नजर नहीं आती थीं, उनके इस प्रयास में बच्चे भी उनकी सहायता करते हैं।
सोशल मीडिया पर भी मिल था स्पॉट (WORLD SPARROW DAY 2025)
डॉ. रेनू सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि की सहायता से भी वह लोगों को जागरूक करती हैं और समय-समय पर पोस्ट कर लोगों को इसके प्रति जानकारी देती हैं। उनका कहना है कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी उन्हें लोगों का काफी सपोर्ट सहयोग मिलता है। ग्रुप की साथी प्रीति यादव का कहना है कि इस अभियान को लगातार हम लोग मिलकर चला रहे हैं और हमें इस अभियान में सफलता भी मिल रही है।

