Khabarwala 24 News New Delhi : Worship Lord Shiva देवाधिदेव महादेव के प्रिय मास सावन की शुरुआत होने वाली है। इस बार का सावन बेहद ही खास है। दरअसल इस सावन में ग्रह-नक्षत्रों का कई अद्भुत संयोग बन रहा है, जो इस सावन को बेहद शुभ बना रहा है। वैदिक पंचाग के अनुसार, सावन महीने में इस बार चार शुभ संयोग बन रहे है। करीब 72 साल बाद इस अद्भुत संयोग सावन में देखने को मिल रहा है। आचार्य संजय पाठक ने बताया कि इस बार सावन की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इसके अलावा सावन महीने की शुरुआत भी सोमवार को होगी।
सावन महीने में पांच सोमवारी (Worship Lord Shiva)
इस वर्ष सावन महीने में पांच सोमवारी है अर्थात पूरे 29 दिनों तक शिव भक्त महादेव की आराधना व पूजन कर सकेंगे। 22 जुलाई से सावन की शुभारंभ प्रात: 05:37 से सर्वार्थ सिद्धि योग में हो रहा है जबकि समापन 19 अगस्त को हो रहा है। सोमवार, प्रीति योग और आयुष्मान् योग का संयोग भी बन रहा है।
भद्रा का भी प्रकोप लग रहा (Worship Lord Shiva)
बाबा थानेश्वनाथ के पूजारी संजय पंडा ने बताया कि 18 को शुक्ल पक्ष चतुर्दशी की क्षय तिथि है। इसलिए 19 अगस्त को ही पूर्णिमा का भी प्रवेश हो रहा है, लेकिन जैसे ही पूर्णिमा का प्रवेश हो रहा है, वैसे ही भद्रा का भी प्रकोप लग रहा है, जो कि दिन के 1.32 बजे तक रहेगा।
इस विधि से करें शिव-पूजा (Worship Lord Shiva)
स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। अगर व्रत रखना है तो हाथ में पवित्र जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें। गंगाजल और पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा-अर्चना करें। प्रभु को धूप, बेलपत्र, भंग, अक्षत, धतूरा, दीप, फल, फूल, चंदन अर्पित करें।
ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप (Worship Lord Shiva)
फिर घर के मंदिर में घी का दीपक जलाएं। अब सावन सोमवार व्रत की कथा सुनें। शिव परिवार सहित सभी देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें। घी के दीपक से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आरती करें। ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप करें। अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें।
Disclaimer : यहां दी गई जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। Khabarwala 24 News इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी उपाय को करने से पहले संबंधित विषय के एक्सपर्ट से सलाह अवश्य लें।